हेल्लो दोस्तों ! आपने इससे पहले बहुत से networking के बारे में पीछे बताया जा चूका है आज इस पोस्ट में Routers in Hindi क्या होता है कैसे काम करता है इन सभी के बारे में बताया गया है तो चलिए शुरू करते है –
Contents
What is Routers in Hindi?
जब अनेक network segment भिन्न भिन्न protocols और network architecture का प्रयोग करते है तो इनको परस्पर जोड़ने और इनमे फ़ास्ट communication को सुनिश्चित करने में bridge सक्षम होते है ऐसे जटिल network के लिए राऊटर की आवश्यकता होती है
Router एक ऐसी device होती है जो OSI reference model की network layer पर कार्य करता है चुकी routers network layer पर कार्य करते है अत: ये packet को अनेक networks में route कर सकते है इसके लिए routers को अलग अलग networks के बीच protocols specific information का आदान प्रदान करते है
इसे भी पढ़े-Gateway in Hindi-गेटवे क्या है?
bridges की भाति routers network segment को जोड़ सकते है और traffic को filter और पृथक अर्थात isolate कर सकते है router एक intelligent device है जो प्रत्येक डाटा packet को उसके destination तक पहुचने के लिए उसके पाथ अथवा route का निर्धारण करता है
की router द्वारा network में पाथ का निर्धारण host और router की routing table में collect information के आधार पर किया जाता है router द्वारा receive किए गए डाटा packet की routing दो प्रकार से की जा सकती है
1.Static routing
2.Dynamic routing
1.Static routing
static routing में किसी डाटा packet को route करने के लिए router data packet के destination के लिए अगले hop को calculate करता है जिसके लिए router अपनी routing table से संपर्क करता है और साथ ही यह भी निर्धारित करता है की डाटा packet को किस interface पर भेज जायगा इसके पश्चात् router ,data packet को network में अपने अगले router को send कर देता है
बह router ,जो static routing के लिए program किया गया होता है डाटा packet को पूर्व निर्धारित ports में से किसी पोर्ट पर send करता है static routers को configure करने के पश्चात् routes को आदान प्रदान करने की आवश्यकता होती है अत: static routers का कार्य data packets की forwarding तक ही सिमित होता है static routing उन छोटे छोटे networks के लिए उपयुक्त होता है
जिसमे किसी भी destination के लिए एक ही संभावित पाथ होता है static routing के लिए router द्वारा static routing table का प्रयोग किया जाता है जिसमे administrator द्वारा routing table में प्रयोग destination के लिए route को इंटर किया जाता है
2.Dynamic routing
Routers द्वारा dynamic routing का प्रयोग network में डाटा packets के लिए अनेक संभावित paths में से एक सर्वोतम पाथ का चयन करने के लिए किया जाता है routers के लिए dynamic routing का प्रयोग निम्न लिखित कारणों से होता है
- route दवात dynamic routing को discover करने के लिए
- तलाश की गई route information को अन्य routers को communicate करने के लिए किया जाता है
- तलाश किए गए route का प्रयोग करके data packets को फॉरवर्ड करने के लिए किया जाता है
dynamic routing protocols जैसे routing information protocols-RIP ,open shortest path first-OSPF ,border gateway protocol-BGP ,इत्यादी को तीन वर्गों में रखा जा सकता है distance vector routing protocol,link state routing protocol और hybrid-routing protocol |
Advantage of router
router के प्रमुख लाभ निम्न लिखित है
- routers LAN और WAN दोनों पर कार्य कर सकते है
- router information अथवा data को follow करने के लिए सर्वोतम तरीके को परिभाषित करने में सक्षम होता है
- router दो interface के मध्य broadcast को filter करने में सक्षम होते है
- router अनेक media और architectures को connect कर सकते है
Disadvantage of router
router की प्रमुख हानिया निम्न लिखित है
- router अन्य device की अपेक्षा उल्लेखनीय के रूप से अत्यधित महंगे होते है
- router केवल routing protocol के अनुसार ही कार्य करते है
- चुकी अधिक data को filter किया जाना होता है अत: इसकी गति धीमा हो जाती है
reference-https://www.geeksforgeeks.org/network-devices-hub-repeater-bridge-switch-router-gateways/
निवेदन :-अगर आपको यह आर्टिकल(Routers in Hindi) उपयोगी लगा हो तो इस आप अपने क्लासमेट ,दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये और आपके जो भी इस पोस्ट्स से related(सम्बन्धित) questions है तो आप उन्हें निचे कमेंट कर सकते है हम उसके answer अवश्य करेंगे Thank