Switch in Hindi-स्विच क्या है?

हेल्लो दोस्तों ! जैसे की आपको hub repeater और bridge के बारे में बताया जा चूका है आज इस पोस्ट में Switch in Hindi के बारे में बताया जायेगा की switch क्या है ये कैसे काम करता है तो चलिए शुरू करते है –

What is Switch in Hindi?

network switch ,जिसे switching hub के रूप में भी जाना जाता है एक कंप्यूटर networking device है जिसका प्रयोग एक कंप्यूटर network पर अनेक devices को एक साथ connect करने के लिए किया जाता है switch को hub से अधिक उन्नत माना जाता है क्योकि switch ,समान मेसेज को अपने सभी ports को send करने के बजाए ,केवल उसी device को message send करता है जिसने request की है अथवा जिसको आवश्यकता है

switch ,एक multiport network bridge होता है हो OSI reference model की data link layer पर डाटा को प्रोसेस और forward करता है इन switches को सामान्य: layer3 अथवा multilayer switches के रूप में जाना जाता है इनका प्रयोग सामान्य: multiple parallel conversation के साथ segment के मध्य communication rates में वृधि करने और विभिन्न network technologies जैसे ATM और 100Base-TX इत्यादी , के मध्य communication करने के लिए किया जाता है

hub और switch के मध्य important अंतर यह है की hub से connect की गई nodes की बैंडविड्थ(bandwidth) को share करती है जबकि switch से connect device के pass इसकी पूरी bandwidth होती है example के लिए ,यदि एक 10-Mbps networks पर 10 device communication कर रही है और यदि hub की अन्य nodes भी communicate करना चाहती है तो प्रत्येक नोड केवल 10-Mbps का एक भाग ही प्राप्त कर सकती है परन्तु एक switch के साथ प्रत्येक नोड संभव पुरे 10-Mbps पर communicate कर सकती है

switches प्राप्त होने वाले डाटा फ्रेम्स को निम्न लिखित दो प्रकार से forward करते है

1.Cutting through switching

2.store and forward switching

1.Cutting through switching 

switching की इस विधि में switch किसी पुरे entire data frame को प्राप्त करने से पहले destination address को रीड(read) करता है इस प्रकार entire data frame के पहुचने से पहले ही data को send होना शुरू हो जाता है इस विधि का लाभ यह है की डाटा packets के प्राप्त होने और ट्रांसमिट होने के मध्य कम delay होता है इस विधि का प्रमुख दोष यह है की इसमे किसी एरर(error) को detect करने का कोई अवसर नहीं होता है

2.store and forward switching

switching की इस विधि में switch आवश्यक प्रोटोकॉल के साथ destination port को सही speed के साथ किसी data frame को फॉरवर्ड करने से पहले entire data frame को read करता है इस बिधि का लाभ है की improved error check ,protocol filtering और speed matching | परन्तु system delay इस विधि का प्रमुख दोष है क्योकि इसमे डाटा frame को ट्रांसमिट करने से पहले read किया जाता है

Advantage of switch

Switch के प्रमुख लाभ निम्न है

  • switches available network bandwidth में वृद्धी करते है
  • ये अलग अलग computers पर workload कम करते है
  • ये network की performance में वृद्धी करते है
  • इनमे packet collision कम होता है

Disadvantage of switch

switch के हानि निम्न लिखित है

  • switches उल्लेखनीय रूप से अत्यधिक महंगे होते है

switches के माध्यम से network problems को खोजना कठिन होता है

Switch in Hindi

reference-https://www.geeksforgeeks.org/network-devices-hub-repeater-bridge-switch-router-gateways/

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