What is C++ in hindi-c++ क्या है ?

हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको c++ in hindi के बारे में बताया गया है की क्या होता है कैसे काम करता है तो चलिए शुरू करते है

C++ का परिचय

C++ एक object oriented programming language है जिसे C++ को Bjarne stroustrup के द्वारा develop किया गया था c++ के आने से पहले c और Simula 67 हो popular languages थी Bjarne stroustrup इन दोनों languages को मिलाकर एक ऐसी language को बनाना चाहते थे जिसमे object oriented programming के सभी features हो उनकी इसी सोच का परिणाम c++ थी

C++ के 3 important feature दिए गए है

  1. object oriented
  2. Low level as well as high level
  3. easy to learn

C++ को कहा कहा प्रयोग की जाती है और आप इसे कैसे प्रयोग कर सकते है तो आएये जानने का प्रयास करते है

  1. C++ को ज्यादातर उन software में प्रयोग किया जाता है जहा पर hardware के उपर अधिक कण्ट्रोल की आवश्यकता होती है जैसे की device drivers बनाने के लिए c++ का प्रयोग किया जाता है
  2. C++ एक multipurpose language है जिसे आप बड़े software को क्रिएट करने के लिए प्रयोग कर सकते है
  3. आज कल c++ को ज्यादातर education के purpose से प्रयोग किया जाता है क्योकि सभी बड़े languages के features c++ से लिए गए है यदि आप c++ को समझ गए है तो आप बाकी के language को भी आसानी से समझ सकते है
  4. C++ में c language का extension होता है इसलिए वो सभी software जो c में बनाये जा सकते है वो c++ में भी बनाये जा सकते है
  5. यदि आप चाहते है की आपका software low level पर भी उतने ही अच्छे तरीके से काम करे तो जितना high level पर हो तो आप C++ का प्रयोग कर सकते है
  6. mostly जितनी भी नयी programming language होती है वो pointers के प्रयोग से कोई software को क्रिएट करना चाहते है तो आप C++ का प्रयोग कर सकते है

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object oriented principles

  1. class-class एक user को defined data type होता है ये c language में structure की तरह ही होती है लेकिन classes में आप variables के साथ साथ उनसे related functions भी क्रिएट कर सकते है जिन्हें बाद में object के द्वारा एक्सेस किया जा सकता है एक class programmer को data centered approach को प्रोविडे करती है class के द्वारा आप variables और उनसे related functions को separate कर पते है
  2. objects-जैसा की आपको पता है की class एक user defined data type होता है class type के variables को objects कहा जाता है object के द्वारा आप class के variable और functions को एक्सेस कर सकते है
  3. abstraction-abstraction का मतलब होता है की end user को वाही functionality show की जाए जिसकी उसको जरुरत होती है बाकी background functionality को hide कर दी जाए example के लिए जब आप एक कार को चलाते है to आप सिर्फ clutch ,gear और steering पर ही ध्यान देते है इंजन किस प्रकार काम करता है इससे आपका कोई मतलब नहीं होता है
  4. Encapsulation-encapsulation को data hiding भी कहते है encapsulation एक object oriented programming feature है जो data members(variables) और उनसे related functions को bind करता है जैसे की class होती है साथ ही encapsulation के द्वारा आप data और functions को outside को एक्सेस से protect किया जाता है encapsulation की प्रॉपर्टीज 3 level(public,provide और protected) का प्रोटेक्शन को provide करती है c++ में encapsulation को classes के माध्यम से implement किया जाता है
  5. Inheritance-inheritance object oriented programming का concept होता है जिसमे एक कोड को दूसरी जगह प्रयोग किया जा सकता है ये principle कोड re-usability implement करता है example के लिए आप एक class में क्रिएट किये गए functions को दूसरी class में inherit कर सकते है ऐसा करने से आपको इन functions को दुबारा लिखने की आवश्यकता नहीं होगी और आप इन्हे ही classes के objects से एक्सेस कर पाएंगे
  6. Polymorphism-polymorphism का मतलब एक नाम से कई काम होता है इसमे आप एक नाम से कई तरह के tasks को implement करते है c++ में polymorphism function को ओवरलोडिंग(overloading) के द्वारा implement किया जाता है जिसमे एक नाम के functions को अलग अलग conditions में execute किया जाता है
  7. message passing-object oriented programming में objects एक दुसरे से communicate करते है जिससे आप प्रोग्राम में real life condition को represent करता है

a simple c++ program

#include<iostream.h>
Int main()
{
   cout<<”hello readers”;
    Return 0;
}

इसका example आपको निचे समझाया जा रहा है

  1. सबसे पहले line में header file को include किया गया है screen पर output को show करने के लिए आपको इस header file की जरुरत पड़ती है
  2. इसके बाद program का main मेथड को शुरू किया गया है
  3. cout function के द्वारा आप simple message को print किया गया है
  4. return statement के द्वारा आप function को return किया गया है

उपर दिए गए program में आपको इसका output निचे दिया जा रहा है

hello readers

इस पोस्ट/tutorial में आपको c++ की history ,applications और अलग अलग feature के बारे में आपने जाना हिया किसी भी program में data important होता है data प् ही सभी ऑपरेशन को परफॉर्म किये जाते है c++ में programming के शुरू में करने से पहले आपको c++ के विभिन्न data टाइप्स के बारे में आपको बताया गया है

cplusplus in hindi

reference-https://www.tutorialspoint.com/cplusplus/index.htm

c++ in hindi

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