Super Key, Candidate Key, Primary Key and Alternate Key)
सुपर ‘की’ (Super Key)
एक रिलेशन स्कीमा (Relation Schema) R, में एट्रीब्यूट्स (Attributes) के कुछ ऐसे सबसेट्स (Subsets), मॉपर्टी (Property) के साथ विद्यमान होते हैं, कि R के किसी भी इन्सटैन्स (Instance), r में किसी भी दो ट्यूपल्स Tiples) में Attributes के Combination की Values एक समान नहीं हो सकती है मान लीजिये की attribute का एक ऐसा ही set, Sk, है तो R के इन्सटैन्स (Instance), में किसी भी दो ट्यूपल्स (Tuples)-t, और t, के लिए हमारे पास यह कॉन्सट्रैन्ट (Constraint) होगा
t1 [Sk] ≠ t2 [Sk]
ऐसे एट्रीब्यूट्स (Attributes) के किसी भी सेट (Set), S को रिलेशनल स्कीमा (Relational Schema), R | की सुपर ‘की’ (Super Key) कहा जाता है।
कैन्डिडेट ‘की’ (Candidate Key)
एक रिलेशनल स्कीमा (Relational Schema), R की कैन्डिडेट ‘की’ (Candidate Key-CK) रिलेशनल स्कीमा (Relational Schema), R की अतिरिक्त गुणों (Additional Properties) से युक्त एक सुपर ‘की’ (Super Key) होती है जिसके परिणामस्वरूप, C, से किसी भी एट्रीब्यूट (Attribute), A को हटाने पर एट्रीब्यूट्स (Attributes) का एक ऐसा सेट (Set), C,1 बचता है जो कि R की एक सुपर ‘की’ (Super Key) होती है। अतः कैन्डेिडेट ‘की’ (Candidate Key) एक मिनिमल सुपर ‘की’ (Minimal Super Key) होती है। उदाहरण के लिए
R = {EmpCode, PassportNo, Ename}
Sk = {{EmpCode}, {PassportNo}, {EmpCode, Passport No}}
Ck = {EmpCode}, {PassportNo}, {EmpCode, Ename,…}}
प्राइमरी ‘की’ (Primary Key)
किसी बेस रिलेशन टेबल (Base Relation/Table) की एक से अधिक कैन्डिडेट ‘कीज़’ (Candidate Keys) हो सकती हैं। इनमें से किसी भी एक कैन्डिडेट ‘की’ (Candidate Key) का प्रयोग प्राइमरी ‘की’ (Primary Key) के रूप किया जा सकता है। प्राइमरी ‘की’ (Primary Key), यूनिक एवं नन-नल (Unique and Non-Null) वैल्यू को स्टोर करती है। उदाहरण के लिए
Pk = {EmpCode}
या
Pk = {EmpCode, PassportNo}
या
Pk = {PassportNo}
74
डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्ट
की’ (Primary Key)
74 4.4.4 अल्टरनेट ‘की’ (Alternate Key)
कैन्डिडेट कीज (Candidate Keys) के सेट (Set) में वे ‘कीज़’ (Keys) जो प्राइमरी ‘की’ (Prim नहीं होती हैं, उन्हें अल्टरनेट ‘की’ (Alternate Key) कहा जाता है।