हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको linux directory structure in hindi के बारे में बताया गया है की क्या होता है कैसे काम करता है तो चलिए शुरू करते है
Contents
- Introduction to Linux Directory Structure
- Different Linux Directories
- / – Root
- /bin – User Binaries
- /sbin – System Binaries
- /etc – Configuration Files
- /dev – Devices Files
- /proc – Process Information
- /var – Variable Files
- /tmp – Temporary Files
- /usr – User Programs
- /home – Home Directory
- /boot – Boot Loader Files
- /lib – System Libraries
- /opt – Optional Add-On Applications
- /mnt – Mount Directory
- /media – Removable Media Devices
- /srv – Service Data
Introduction to Linux Directory Structure
- ज्यादातर सभी लोग जो computer का इस्तेमाल करते है वे Windows के file system से भँली प्रकार परिचित होते है। Windows में files और directories को अलग अलग drives में store किया जाता है।
- Windows में इन drives के नाम निर्धारित होते है। इनमे C drive operating system से सम्बंधित directories और files को store करती है। इसी प्रकार दूसरी drives भी होती है।
- Windows में किसी भी प्रकार की file का path (address) drive के नाम से ही शुरू होता है। यानी की Windows file system में सबसे top पर drives ही होती है। इसके बाद directories और उसके बाद files होती है।
- लेकिन Linux का file system Windows से अलग है। Linux में directory structure के रूप में files को store और organize किया जाता है। Linux में किसी प्रकार की drives नहीं होती है।
- Linux में सिर्फ directories ही होती है। इनमें सबसे top पर root directory होती है। इस directory के अंदर ही बाकी सभी directories होती है।
Root directory के अंदर अलग अलग tasks से संबधित directories है जो उस task से सम्बंधित files को store करती है।
Different Linux Directories
Linux directory structure में available सभी directories के बारे में briefly आगे बताया जा रहा है। यँहा पर directories के original names जो को short form होते है और detailed names दोनों दिए जा रहे है ताकि आप इनके उपयोग को आसानी से समझ सके।
/ – Root
Linux में कोई भी directory या file root directory को शुरू करता है। Root directory को single slash (/) द्वारा represent किया जाता है।
कई /root और / (root) को एक ही समझ लिया जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है linux में /root किसी root (administrator) user की home directory होती है।
/bin – User Binaries
इस directory में binary executable files store की जाती है। ये binary files उन common linux commands को represent करती है जो एक single user द्वारा उपयोग की जाती है।
आसान शब्दों में कहे तो user द्वारा use की जाने वाली binary files इस directory में store की जाती है।
/sbin – System Binaries
इस directory में system से related binaries executable files store की जाती है। ये binary files उन commands को represent करती है जो मुख्यतः system maintenance के लिए administrator द्वारा use की जाती है।
/etc – Configuration Files
इस directory में linux configuration files होती है जो अलग अलग applications द्वारा use की जाती है। सभी applications की configuration files इस directory में available होती है। इस directory में अलग अलग applications को start और end करने के लिए shell scripts भी होती है।
/dev – Devices Files
इस directory में अलग अलग devices से सम्बंधित files को store किया जाता है। जैसे की USB, mouse, keyboard और WebCam आदि devices से सम्बंधित files इसी directories में stored रहती है।
/proc – Process Information
इस directory में system सम्बंधित processes को store किया जाता है। हर process की एक id होती है जो उस process को uniquely identify करने में मदद करती है।
इस directory में हर process id को एक अलग directory के रूप में store किया जाता है।
/var – Variable Files
ऐसी files जिनका content change हो रहता है उन्हें इस directory में store किया जाता है। उदाहरण के लिए log files जो continuously change होती रहती है इस ही directory के अंदर store की जाती है।
/tmp – Temporary Files
इस directory में user और system द्वारा create की गयी temporary files store की जाती है। जैसे ही system को restart किया जाता है ये files भी delete हो जाती है।
/usr – User Programs
इस directory में user द्वारा install किये गए programs से सम्बंधित files store की जाती है। ये वो programs होते है जो user स्वयं के उपयोग के लिए install करता है और system के लिए इन programs का कोई उपयोग नहीं होता है।
इस directory के अंदर /bin, /sbin, /lib और /local आदि directories होती है जो क्रमशः user programs से सम्बंधित binary files, system binary files, libraries और local files को store करती है।
/home – Home Directory
ये सभी users की home directory होती है। इस directory में user के नाम से directories create की जाती है। उदाहरण के लिए यदि कोई user Ravi है तो इस directory में /Ravi नाम से directory create होगी।
Home directory में users की निजी files store की जाती है।
/boot – Boot Loader Files
इस directory में वे files store की जाती है जो system को boot करने के लिए सहायक होती है। इन files को kernel द्वारा system bootup के दौरान access और प्रयोग किया जाता है।
/lib – System Libraries
इस directory में system programs और binary files से सम्बंधित libraries store की जाती है। एक library file का नाम jyadatar lib extension के साथ defined होता है।
/opt – Optional Add-On Applications
इस directory में optional या extra add-on programs store किये जाते है। अलग अलग vendors के linux version में अलग अलग add-on programs होते है।
/mnt – Mount Directory
यह directory administrator द्वारा file systems को mount करने के temporarily उपयोग की जाती है।
/media – Removable Media Devices
इस directory removable media devices जैसे की USB आदि को store करती है। इस directory removable media devices temporarily mount किये जाते है।
/srv – Service Data
इस directory में server सम्बंधित service data store किया जाता है। Server services जैसे की internet आदि से सम्बंधित data इस directory में store किया जाता है।
referene-https://www.thegeekstuff.com/2010/09/linux-file-system-structure/
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Tq bahut ache se bathaya