Interprocess Communication in hindi-इंटर प्रोसेस कम्यूनिकेशन

हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट Interprocess Communication in hindi में हम आपको बताएँगे की क्या होता है और कैसे यह काम करता है तो चलिए शुरू करते है

इंटर प्रोसेस कम्यूनिकेशन (Interprocess Communication)

जब कोई Cooperating process आपस में डाटा एवम् सूचनाओं का आदान-प्रदान करती है, तब आपरेटिंग सिस्टम के द्वारा सूचनाओं एवम् डाटा के आदान-प्रदान करने के लिए दो कम्यूनिकेशन मॉडल प्रदान करता है जिसे हम शेयरड मेमरेरी (Shared Memory), मैसेज पासिंग (Message passing) सिस्टम कहते हैं।

चित्र: IPC स्ट्रक्चर

शेयर्ड मेमोरी सिस्टम (Shared Memory System)

शेयर्ड मेमारी के अन्तर्गत प्रोसेस को आपस में कम्यूनिकेट करने के लिए एक शेयर्ड मेमोरी सेग्मेन्ट बनाते हैं। जिसे हम शेयर्ड एरिया कहते हैं। उसी शेयर्ड एरिया में प्रोसेस के द्वारा डाटा पढ़ा या लिखा जाता है।

चित्र :

मैसेज पासिंग सिस्टम (Message Passing System)

इंटर प्रोसेस कम्यूनिकेशन की दूसर विधि मैसेज पासिंग तकनीकी है, यहाँ पर डाटा एवम् सूचनाओं को एक मैसेज के माध्यम से एक-दूसरे को शेयर करते हैं, तथा कोई भी अलग से शेयर्ड बफर एरिया नहीं होता है।

मैसेज पासिंग सिस्टम के अन्तर्गत Send () एवम् Receive( ) सिस्टम कॉल का प्रयोग किया जाता है। Sender process (p1) कोई भी मैसेज ऑपरेटिंग सिस्टम को भेजती है। ऑपरेटिंग सिस्टम उक्त मैसेज को अपने बफर एरिया में

 संरक्षित रखता है। जब किसी Receiver process (p2) के द्वारा receive ( ) सिस्टम कॉल आती है, तब ऑपरेटिंग सिस्टम मैसेज को प्रोसेस को प्रदान करता है।

चित्र: मैसेज पासिंग कम्यूनिकेशन मॉडल

reference – https://www.geeksforgeeks.org/inter-process-communication-

निवेदन:- आप सब को अगर यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो आप(Interprocess Communication in hindi) अपने तक ही सिमित न रखे इसे दोस्तोंके साथ भी शेयर जरुर करे आपका कीमती समय देने के लिए धन्यवाद |

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