हेल्लो दोस्तों ! आपने DCCN में आपको बहुत सारे पोस्ट में अच्छे से बताया जा चूका है आज की इस पोस्ट में Routing in Hindi क्या होता है कैसे काम करता है आदि के बारे में बताया जा रहा है तो चलिए शुरू करते है –
Contents
Routing in Hindi
Routers ऐसी devices है जो दो अथवा networks को connect करते है य हार्डवेयर और सॉफ्टवेर के संयोजन से मिलकर बना होता है router में सॉफ्टवेर operation system और routing protocol है management सॉफ्टवेर का भी प्रयोग किया जा सकता है network लेयर का एक important कार्य है –
packets को सोर्स machine से destination machine तक route करना है
routing,किसी network में paths को सेलेक्ट करने की एक प्रोसेस है इन paths के साथ network traffic भेजा जाता है router ,packets अथवा data-grams को receive करता है और उन्हें तब तक buffer करता है अर्थात store करके रखता है जब तक की वह यह निधारण करता है की packet अथवा data-grams के साथ क्या है
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यदि packet का header स्ट्रक्चर router रक् आने में transmission के दरम्यान damage हो जाता है तो router उसे फॉरवर्ड करने अर्थात network में अगले router को भेजने में असक्षम होता है और उसे discard अर्थात निरस्त कर देता है और packet भेजने वाले host के transmission control protocol –TCP को packet के loss को detect करने और उसे पुन : ट्रांसमिट करने की जिम्मेदारी छोड़ देता है
Routers द्वारा receive किए गए packets की routing दो प्रकार से की जा सकती है
1.static routing
2.dynamic routing
1.Static routing
इस प्रकार की routing को non-adaptive routing भी कहा जाता है static routing में किसी packet को route करने के लिए router packet’s destination के लिए अगले hop को calculate करता है जिसके लिए router अपनी routing table से संपर्क करता है और साथ ही यह निर्धारित करता है की packet को कसी interface पर भेजा जाएगा इसके पश्चात् router ,packet को network में अपने अगले router को भेज देता है
वह router जो static router के लिए program किया गया होता है packets को पूर्व निधारित ports में से किसी एक port पर भेजता है static routers को configure करने के पश्चात् routers को discover करने अर्थात पता लगाने की आवश्यकता नहीं होती है और न ही उन्हें router के बारे में information को आदान प्रदान करने की आवश्यकता होती है अत: static routers का कार्य packets की forwarding तक ही सिमित होता है
static routing केवल उन छोटे छोटे networks के लिए प्रयोग होते है जिसमे किसी भी destination के लिए एक ही संभावित path होता है
static routing के लिए router द्वारा static routing table का प्रयोग किया जाता है जिसमे administrator द्वारा table में प्रत्येक destination के लिए route को इंटर किया जाता है
WANs की topologies जटिल होती है और ये अनेक संभावित path उपलब्ध कराते है अत: इनमे dynamic routing की आवश्यकता होती है
Advantage of static routing
static routing के प्रमुख लाभ निम्न लिखित है
- चुकी routers के मध्य updates को share नहीं किया जाता ,अत: कोई bandwidth overhead नहीं |
- न्यूनतम CPU/मेमोरी overhead |
- traffic किस पर route किया जा रहा है इस पर सूक्षम control
Disadvantage of static routing
static routing के प्रमुख हानिया निम्न है
- infrastructure परिवर्तनो को manually समायोजित किया जाना होता है
- यदि link टूट जाता है तो कोई dynamic fault tolerance नहीं है
- बड़े network के लिए अव्यवहारिक है
2.Dynamic routing
इस प्रकार की routing को adaptive routing भी कहा जाता है dynamic routing एक ऐसी networking technique है जो सर्वोत्तम data routing उपलब्ध कराती है static routing के विपरीत dynamic routing routers को network layout में होने वाले real-time changes के अनुरूप paths को सेलेक्ट करने योग्य बनाती है dynamic routing में router पर operate करने वाला routing protocol dynamic routing table के क्रिएशन(creation) maintinance और updation के लिए जिम्मेदारी होता है जबकि static routing में ये सभी कार्य system administrator द्वारा manually किया जाता है
Advantage of dynamic routing
dynamic routing के प्रमुख लाभ निम्न है
- large networks को configure करना सरल
- यदि link टूट जाता है dynamically एक अन्य बेहतर route सेलेक्ट कर लिया जाता है
- अनेक multiple links के मध्य load balance की योग्यता
Dis-advantage of dynamic routing
dynamic routing की हानिया प्रमुख है
- routers के मध्य updates को share किया जाता है अत: bandwidth consume होता है
- routing protocols CPU/memory पर अतिरिक्त load डालते है
- best route का चुनाव routing protocol के हाथ में होता है न की network administrator के हाथ में
reference-https://www.geeksforgeeks.org/classes-of-routing-protocols/
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