हेल्लो दोस्तों! आपको पिछले article में Token Ring in Hindi के बारे में बताया गया है आज इस article में token ring के बारे में दिया गया है तो चलिए शुरू करते है –
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Token Ring
token ring architecture को IBM नामक कम्पनी द्वारा 1980 के दशक के मध्यकाल में विकसित किया गया था जिसका प्रयोग ज्यादातर IBM के computers यथा IBM pc mainframe और IBM के SNA(system network architecture ) environment को network में जोड़ने के लिए किया जाता है
IBM के token ring का मुख्य उद्देश्य twisted pair cable का प्रयोग करके साधारण वायरिंग से computers को एक network में जोड़ता था 1985 ई0 में IBM का token ring ANSI standard का बना है विदित हो की ANSI ,(american national standard institute) का संक्षिप्त रूप है जिसे सन 1918 ई0 में trade and communication standards को विकसित और स्थापित करने के लिए गठित किया गया था ANSI अमेरिका में ISO का प्रतिनिधित्व करता है
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token ring की architecture में physical और logical दोनों रिंग्स सम्मिलित होते है hub से जुड़े हुए cable physical ring का निमार्ण करते है और logical ring computers के मध्य token’s path को इंगित करता है प्रत्येक कंप्यूटर ring का एक हिस्सा होता है जो एक hub के मध्यम से ring से जुड़े होते है
how token ring works
जब किसी token ring network को on किया जाता है तो सर्वप्रथम एक station अर्थात कंप्यूटर active होता है जिसे active मॉनिटर कहा जाता है इसके पश्चात् active monitor एक token generate करता है यह token ring में एक ही दिशा में एक कंप्यूटर अर्थात station से दुसरे कंप्यूटर अर्थात station से होकर अनवरत गुजरता रहता है यह token ring के चारो ओर भ्रमण करते हुए प्रत्येक कंप्यूटर से ट्रांसमिट करने के लिए तब तक poll करता है
अर्थात पूछता है जब तक की उसको अर्थात token को किसी कंप्यूटर द्वारा capture नहीं कर लिया जाता है इसे round robin polling technique कहा जाता है विदित हो की ring में कोई भी कंप्यूटर तब तक ट्रांसमिट नहीं कर सकता है जब तक की token उसके अधिकार में न हो विदित हो की जिस कंप्यूटर अर्थात station को ट्रांसमिट करना होता है
वह token की token bit को start of frame-SOF sequence में परिवर्तित अथवा convert करता है इसके पश्चात् ट्रांसमिट करने वाला station अर्थात कंप्यूटर SOF sequence को modify करता है और उसमे destination address को add करता है और फिर उसे अथवा data frame को network में भेज देता है
reference-https://www.techtarget.com/searchnetworking/definition/Token-
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