what is primary key constraints in hindi-प्राइमरी की कंस्ट्रेंट्स क्या है?

हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको primary key constraints in hindi के बारे में बताया गया है की क्या होता है कैसे काम करता है तो चलिए शुरू करते है

प्राइमरी ‘की’ कॉन्सट्रैन्ट(Primary Key Constraints)

प्राइमरी ‘की’ कॉन्सट्रैन्ट (Primary Key Constraint) किसी रिलेशन (Relation) टेबल (Table) को इस बात के लिए बाध्य करता है कि उसके ‘की’ एट्रीब्यूट की वैल्यूज़ (Key Attribute Values) यूनिक (Unique) होनी चाहिएं

अर्थात् प्रत्येक ट्यूपल (Tuple) रिकॉर्ड (Record) में प्राइमरी ‘की’ (Primary Key) की वैल्यू (Value) यूनिक Unique) होनी चाहिए। इसका तात्पर्य यह है कि ‘की’ एट्रीब्यूट (Key Attribute) अर्थात् प्राइमरी ‘की’ (Primary key) के लिए किसी भी दो ट्यूपल्स (Tuples) रिकॉर्ड्स (Records) की वैल्यू (Value) एक समान नहीं हो सकती है।

इसे भी देखे –

अत: टेबल (Table)/रिलेशन (Relation) में प्रत्येक ट्यूपल (Tuple)/रिकॉर्ड (Record) को यूनिकली (Uniquely) आइडेन्टिफाई (Identify) किया जा सकता है।

उदाहरण के लिए, यदि EMPLOYEE टेबल का EmpCode इसका एक ‘की’ एट्रीब्यूट (Key Attribute प्राइमरी ‘की’ फील्ड (Primary Key Field) है तो प्रत्येक ट्यूपल (Tuple)/रिकॉर्ड (Record) के लिए EmpCode की वैल्यू (Value) यूनिक (Unique) होनी चाहिए।

प्राथमिक कुंजी बाधा निर्दिष्ट करती है जो की सिमित स्तंभों के मानो को ही प्रत्येक row की विशिष्ट रूप से पहचान करनी चाहिए

reference-https://www.cockroachlabs.com/docs/stable/primary-

निवेदन-अगर आपको यह आर्टिकल( primary key constraints in hindi) अच्छा लगा हो तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर() करे और आपको जिस टॉपिक(primary key constraints in hindi) पर आपको पढना या नोट्स चाहिए तो हमें जरुर कमेंट() करे आपका कमेंट्स हमारे लिए बहु मूल्य है धन्यवाद

Leave a Comment