हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट Context Switch in hindi में हम आपको बताएँगे की क्या होता है और कैसे यह काम करता है तो चलिए शुरू करते है
कान्टेक्ट स्विच (Context Switch)
जब कोई प्रोसेस अपने क्रियान्वयन से होती है, उसी समय किसी भी इनपुट / आउटपुट डिवाइस की तरफ से कोई Request आती है। तब क्रियान्वयन हो रही प्रोसेस को रोक देते हैं एवम् जिस प्रोसेस की Request आती है उसे load कर दिया जाता है। पहले वाली प्रोसेस के Context को save कर दिया जाता है। Request के पूर्ण होने पर उक्त प्रोसेस को Restore करते हैं।
“कंटेक्स्ट स्विच” का मतलब होता है “संदर्भ परिवर्तन”। computing और ऑपरेटिंग सिस्टम्स के संदर्भ में, यह CPU की स्थिति को बचाने और पुनर्स्थापित करने की प्रक्रिया है ताकि वह कई कार्यों या प्रक्रियाओं के बीच स्विच कर सके।
संदर्भ परिवर्तन का अर्थ है की किसी प्रक्रिया या कार्य की स्थिति को बचा कर रखना और पुनः स्थापित करना, ताकि Central processing unit (CPU) एक से अधिक कार्यों या प्रक्रियाओं के बीच स्विच कर सके। इसका मुख्य उद्देश्य सिस्टम में parallel प्रक्रियाओं को समर्थन करना है ताकि यह एक ही समय में कई कार्यों को संचालित कर सके।
समवर्ती प्रोसेस (Concurrent Process)
जब प्रोसेस क्रियान्वयन के लिए मेमोरी में आती है, ऐसी एक साथ आने वाली प्रोसेस को Concurrent process कहते हैं।
Concurrent process दो तरह की होती है—
1.Independent Process
2. Cooperating Process
Independent प्रोसेस वह प्रोसेस होती है, जो अपने क्रियान्वयन के समय अपने जैसी अन्य Independent प्रोसेस के साथ Data शेयर नहीं करती है। यह प्रोसेस आपस में रिसोर्स पाने के लिए एक-दूसरे से होड़ रखती है ताकि ससमय इन्हें CPU, I/O devices जैसे Resource मिल सके एवम् यह अपना ऑपरेशन पूरा कर सके।
“Independent Process cannot affect or affected by other Process”
Cooperating प्रोसेस आपस में एक-दूसरे के साथ मिल-जुल कर कार्य करती है। यह प्रोसेस आपस में डाटा एवम् सभी सूचना शेयर करती है।
“Cooperating process can affect or be affected by other process”
सभी प्रोसेस के क्रियान्वयन में Cooperating process ज्यादा अहम है क्योंकि की प्रोसेस को क्रियान्वयन के लिए एक जैसी सूचना की आवश्यकता पड़ती है। तब ऑपरेटिंग सिस्टम वह सूचना Cooperating process को एक साथ प्रदान कर सकता है। Cooperating process को क्रियाशील बनाने के लिए, जिस तकनीकी का प्रयोग करते हैं, उसे Interprocess communication कहते हैं।
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