हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको What is Banking in hindi के बारे में बताया गया है की क्या होया है कैसे काम करता है तो चलिए शुरू करते है
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बैंकिंग (Banking)
पिछले दशक में बैंकों में कई कारणों से बड़े-बड़े परिवर्तन हुए हैं। इन कारणों में बैंकों का अन्तर्राष्ट्रीयकरण के बीच व्यापारिक प्रतिस्पर्धा, इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रान्सफर (Electronic Fund Transfer (EFT)] कैपिटल मार्केट (Capital Market), अनियमितता (Deregulation) इत्यादि प्रमुख हैं।
बैंकों में उनके ग्राहकों (Clients) की बड़ी संख्या और निरन्तर बढ़ती हुई संख्या के कारण प्रतिदिन होने वाले ट्रान्जैक्शनस (Transactions) की बड़ी मात्रा को प्रोसेस और प्रबन्धित करना एक विचारणीय और महत्त्वपूर्ण मुद्दा होता है। मानवीय विधि से इन ट्रान्जैक्शनों को प्रोसेस और प्रबन्धित करना करीब-करीब असंभव है।
सूचना तकनीक (Information Technology) ने बैंकों को इस समस्या को हल करने में सहायता प्रदान की है। बैंकों के कम्प्यूटीकरण ने एकाउण्ट बुक्स (Account Books) के बैलेन्स (Balance) को मेनटेन (Maintain) करने में सहायता की है। बैंकों के कम्प्यूटरीकरण के फलस्वरूप ग्राहकों को उनके बैंक बैलेन्स (Bank Balance) से सम्बन्धित जानकारी तत्क्षण मिल जाती है। दूसरे शब्दों में, कम्प्यूटरीकृत बैंक अपने ग्राहकों के क्वेरी (Qurey) के लिए ऑन-लाइन सर्विस (On-line Services) प्रदान करते हैं
Automatic Teller Machine ATM के विकास से बैंकों को मानव-रहित कार्यरत स्थिति में वांछित स्थान पर स्थापित करना सम्भव हो सका है। विभिन्न बैंकों द्वारा ATMs को विभिन्न कार्यालयों, बड़ी-बड़ी कम्पनियों से बड़ी-बड़ी कॉलोनियों इत्यादि जगह पर स्थापित किया जा चुका है, जिसकी सहायता से ग्राहक (Customer) अपने एकाउन्ट में मुद्रा जमा कर सकते हैं; अपने एकाउन्ट से मद्रा निकाल सकते हैं; अपने एकाउन्ट से किसी अन्य एकाउन्ट में मुद्रा का स्थानान्तरण (Transfer) कर सकते हैं।
ATM मशीन को सक्रिय करने अर्थात् इसे कार्य करने की स्थिति में लाने के लिए, सर्वप्रथम इसमें आपको अपना ए टी एम कार्ड (ATM Card) इन्सर्ट (Insert) करना पड़ता है और इसके पश्चात् इसके कीबोर्ड से अपना Personal Identification Number [PIN]प्रविष्ट (Enter) करना पड़ता है।
प्रत्येक बैंक कार्ड के पीछे आपके PIN के साथ उस बैंक का आपका एकाउन्ट नम्बर भी सूक्ष्म रूप से लिखा होता है, जो अदृश्य होता है। बैंक काड को इन्सर्ट कर अपना PIN इन्टर करने के पश्चात् आपको ATM स्क्रीन पर प्रदर्शित होने वाले निर्देश (Instructions) का पालन करना पड़ता है।
यदि आप कोई गलती करते हैं, तो यह मशीन क बार में आपको सचित करती है और आपके द्वारा उसे सही करने की प्रतीक्षा करती है। अपने एकाउन्ट में पैसा जमा करने के लिए आपको पैसा (Money) या चेक (Cheque) को उचित दार (Drawer) अथवा स्लॉट (Slot) में रखना होता है। यदि आप ATM से कैश (Cash) निकालने के लिए रिक्वेस्ट (Request) करते हैं,
तो यह आपके खाते को जाँचता है कि आपके खाते में रिक्वेस (Request) की गई राशि को उचित ट्रे (Tray) या ड्रॉर (Drawer) में गिनकर रख देता है। यह राशि बैंक द्वारा निर्धारित डेली लिमिट (Daily Limit) के अन्दर होती है। आप द्वारा निकाली गई राशि या जमा की गई राशि में आपके एकाउन्ट का बैलेन्स अपडेट हो जाता है।
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