Database Environment in dbms- डेटाबेस एन्विरोमेंट हिंदी में

हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको Database Environment in  dbms के बारे में बताया गया है की इसे कैसे प्रयोग करते है तो चलिए शुरू करते है

Database Environment

इन्टेन्शनल एवं अनइन्टेन्शनल थ्रीट्स (Intentional and Unintentional Threats) के विरुद्ध डेटाबेस की सुरक्षा को डेटाबेस सिक्यूरिटी (Database Security) कहा जाता है। डेटाबेस सिक्यूरिटी (Database Security) के अन्तर्गत किसी संस्था के हार्डवेयर (Hardware), सॉफ्टवेयर (Software), इन्फ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure), कर्मचारी एवं डेटा सम्मिलित होते हैं। 

आज के समय में डेटाबेस सिक्यूरिटी (Database Security) पर पहले की अपेक्षा अधिक जोर दिया जाता है; क्योंकि संस्थाओं एवं कम्पनियों के डेटाबेस में स्टोर डेटा की मात्रा में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है एवं मैनेजर (Manager) डिसिजन-मेकिंग (Decision-Making) अर्थात् निर्णयन, कस्टमर सर्विस मैनेजमेन्ट (Customer Service Management) इत्यादि के लिए कॉर्पोरेट डेटा (Corporate Data) पर निर्भर होते जा रहे हैं। 

इसे भी जाने –

कॉर्पोरेट डेटा (Corporate Data) की किसी भी प्रकार की हानि (Loss) अथवा अनुपलब्धता आज के परिप्रेक्ष्य में संस्था को लड़खड़ा सकती है या संस्था के परफॉरमेन्स (Performance) को बुरी तरह कुप्रभावित कर सकती है । 

इन्टरनेट एवं वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) के बढ़ते प्रयोग के कारण संस्थाओं के डेटाबेस की उपलब्धता चौबीस घंटे वांछित हो गई है।

Database Environment in  dbms

Database Environment के बहुत सारे part को डिफाइन किया गया है जिसे आप निचे देख सकते है

  • डेटा सिक्यूरिटी रिस्क (Data Security Risk)
  • डेटा टैम्परिंग (Data Tampering)
  • ईव्ज़ड्रॉपिंग एवं डेटा थेफ्ट (Eavesdropping and Data Theft)
  • user आइडेन्टिटीज को झुठलाना (Falsifying User Identities)
  • पासवर्ड से सम्बन्धित थ्रेट्स (Password-Related Threats)
  • टेबल्स, कॉलम्स एवं डेटा रोज़ पर अनऑथराइज्ड एक्सेस(Unauthorised Access to Tables, Columns and Data Rows)
  • एकाउन्टबिलिटी का अभाव (Lack of Accountability)
  • जटिल user मैनेजमेन्ट (Complex User Management)

इन सब के बारे में डिटेल से दिया जा रहा है और कुछ को आप उसके लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते है

डेटा सिक्यूरिटी रिस्क (Data Security Risk)

डेटाबेस सिक्यूरिटी (Database Security) का मुद्दा सम्पूर्ण संस्था से सम्बन्धित होता है। संस्था को डेटाबेस सिक्यूरिटी (Database Security) से सम्बन्धित सभी रिस्क फैक्टर्स (Risk Factors) एवं वीक एलीमेन्ट्स (Weak Elements) को आइडेन्टिफाई (Identify) कर उनको समाप्त एवं न्यूट्रलाइज़ (Neutralize) अर्थात् उदासीन करने के लिए सॉल्यूशन्स (Solutions) अर्थात् समाधान तलाशने चाहिएं। 

ये रिस्क फैक्टर्स (Risk Factors) और वीक एलीमेन्ट्स (Weak Elements) विभिन्न प्रकार के थ्रीट्स (Threats) होते हैं। एक थ्रीट (Threat) ऐसी कोई भी परिस्थिति, घटना (Event) या कर्मचारी (Personnel) हो सकता है जो डेटाबेस की सिक्यूरिटी (Security) एवं संस्था की कार्यप्रणाली को कुप्रभावित कर सकता है। किसी परिस्थिति (Situation), घटना (Event) अथवा व्यक्ति के द्वारा किए गए कार्य के कारण एक थ्रीट (Threat) उत्पन्न हो सकती है 

जिससे संस्था को नुकसान (Harm) हो सकता है। यह नुकसान (Harm) टैन्जिबल (Tangible), यथा डेटा की हानि (loss of data), हार्डवेयर डैमेज (Hardware Damage), सॉफ्टवेयर की हानि (Loss of Software), या इन्टैन्जिबल (intangible), यथा कस्टमर गुडविल की हानि (Loss of Customer Goodwill) इत्यादि हो सकती है।

डेटा की इन्टिग्रिटी (Integrity) एवं प्राइवेसी (Privacy) को अनऑथराइज़्ड users  (Unauthorized Users) एवं नेटवर्क को लिसेन (Listen) करने वाले एक्सटरनल सोर्सेस (External Sources) तथा उन इन्टरनल users  (Internal Users) से खतरा होता है जो डेटा स्टोर (Data Store) से डेटा की आपूर्ति बाहर करते हैं ।

reference- https://www.w3schools.in/dbms/database-environment

निवेदन:-आप सभी छात्र –छात्रों से निवेदन है की अगर आपको ये Topic(Database Environment in  dbms) अच्छा लगा हो तो कृपया आप इस वेबसाइट के बारे में अपने दोस्तों को जरुर बताये अगर कोई topic(Database Environment in  dbms) से संबधित प्रश्न हो तो कमेंट्स(comments) आपके लिए ही बना है और किसी Subject() के लेकर भी कोई प्रश्न हो तो कमेंट करे

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