Database security in dbms -डेटाबेस सिक्यूरिटी हिंदी

हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको database security in dbms के बारे में बताया गया है की इसे कैसे प्रयोग करते है तो चलिए शुरू करते है

Database Security

Database Security का तात्पर्य किसी डेटाबेस में स्टोर (Store) अर्थात् stored data के Unauthorized Access अर्थात् unauthorized पहुँच से सुरक्षित करने से होता है। Database Security के अन्तर्गत किसी डेटाबेस एवं ऑब्जेक्ट्स (Objects); जैसे—Queries, Forms इत्यादि, पर विभिन्न Actions जैसे- रिट्रीवल (Retrieval), इन्सर्शन (Insertion), डिलीशन (Deletion), अपडेशन (Updation) इत्यादि, को एलाऊ (Allow) अथवा Disallow करने जैसे कार्य आते हैं।

विदित हो कि सभी डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम्स (DBMs) डिसक्रीशनरी एक्सेस कन्ट्रोल (Discretionary Access Control) मुहैया करते हैं। विदित हो कि यह एक्सेस कन्ट्रोल (Access Control) प्रिविलेजेज़ (Privileges) के माध्यम से नेम्ड ऑब्जेक्ट्स (Named Objects) अर्थात् नामित ऑब्जेक्ट्स के लिए सभी users  के एक्सेस (Access) को संचालित करता है। किसी नेम्ड ऑब्जेक्ट (Named Object) को एक्सेस (Access) करने के लिए दी गई परमिशन (Permission) को प्रिविलेज (Privilege) कहा जाता है। 

इसे भी जाने

चूँकि किसी भी user को अन्य users से स्वतंत्र प्रिविलेजेज़ (Privileges) ग्रान्ट (Grant) किए जाते हैं; अतः इसे डिसक्रीशनरी (Discretionary) अर्थात् स्वाधीन कहा जाता है ।

विदित हो कि यह मान्यता गलत है कि अधिकांश सिक्यूरिटी ब्रीचेज (Security Breaches) हैकर्स (Hackers) द्वारा किए जाते हैं। वास्तविकता तो यह है कि 80% डेटा लॉस (Data Loss) का कारण संस्था के कर्मचारियों की गलतियाँ होती हैं। दूसरी गलत अवधारणा यह है कि डेटा को सिक्योर (Secure) अर्थात् सुरक्षित करने की एकमात्र युक्ति इन्क्रिप्शन (Encryption) ही है। 

वास्तव में डेटा को सुरक्षित करने की युक्तियों(Tips)  में इन्क्रिप्शन (Encryption) भी एक युक्ति है। डेटा की सिक्यूरिटी (Security) के लिए एक्सेस कन्ट्रोल (Access Control), डेटा इन्टिग्रिटी (data integrity), सिस्टम की उपलब्धता (System Availability) एवं ऑडिटिंग (Auditing) की भी आवश्यकता होती है ।

अनेक लोगों की मान्यता यह है कि फायरवाल्स (Firewalls) डेटा को सुरक्षित बनाते हैं । परन्तु वास्तविकता यह है कि फायरवाल (Firewall) के प्रयोग के बावजूद भी इन्टरनेट पर 40% साइट्स (Sites) को भेद कर डेटा की चोरी कर ली जाती है।

अतः डेटा को पूर्णरूपेण सुरक्षित करने के लिए एक सिक्यूरिटी सॉल्यूशन (Security Solution) को डिज़ाइन (Design) करने से पूर्व आपको अपनी साइट (Site) के सिक्यूरिटी रिक्वायरमेन्ट्स (Security Requirements) एवं अपने डेटा के वर्तमान थ्रेट्स (Current Threats) के स्कोप (Scope) को समझना आवश्यक होता है।

reference – https://www.geeksforgeeks.org/control-methods-of-database-security/

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