हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको integrity constraint in hindi के बारे में बताया गया है की क्या होता है कैसे काम करता है तो चलिए शुरू करते है
इन्टिग्रिटी कॉन्सट्रैन्ट (Integrity Constraint)
रिलेशनल माडल (Relational Model), दो इन्टिग्रिटी कॉन्सटैन्टस (Integrity Constraints) अर्थात इन्टिमिल रूल्स (Integrity Rules) का समर्थन करता है। ये इन्टिग्रिटी कॉन्सट्रैन्ट्स या रूल्स (Integrity Constraints or Rules) निम्नलिखित हैं
- एन्टटी इन्टिग्रिटी कॉन्सट्रैन्ट (Entity Integrity Constraint) अथवा इन्टिग्रिटी रूल 1(Integrity Rule 1)
- रेफेरेंतिअल इंटीग्रिटी कॉन्सट्रैन्ट (Referential Integrity Constraint) अथवा इान्टाग्रटा रूल 2 (Integrity Rule 2)
Entity Integrity Constraint
यदि किसी रिलेशन (Relation)/टेबल (Table) का कोई एट्रीब्यूट (Attribute) एक प्राइम एट्रीब्यूट (Prime Attribute) होता है अर्थात् यूनिक आइडेन्टिफायर (Unique Identifier) होता है तो वह नल वैल्यूज़ (Null Values) को एक्सप्ट (Accept) नहीं कर सकता है। इसका तात्पर्य यह है कि किसी प्राइमरी ‘की’ (Primary Key) की वैल्यू (Value) नल (Null) नहीं हो सकती है।
वास्तव में नल (Null) कोई वैल्यू नहीं होती है; परन्तु यह किसी वैल्यू (Value) की अनुपस्थिति (Absence) होती है। नल (Null) न ही शून्य (0) होती है और न ही ब्लैंक (Blank) होती है। किसी एट्रीब्यूट (Attribute) फील्ड (Field) में नल (Null) वैल्यू को तब एसाइन (Assign) किया जाता है, जब उस पर कोई अन्य वैल्यू एप्लाई (Apply) नहीं होती है या एप्लीकेबल वैल्यू (Applicable Value) अज्ञात होती है।
एन्टिटी इन्टिग्रिटी रूल (Entity Integrity Rule) को यह सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है कि प्रत्येक रिलेशन (Relation)/टेबल (Table) की एक प्राइमरी ‘की’ (Primary Key) होती है और उस प्राइमरी ‘की’ (Primary Key) के लिए सभी डेटा वैल्यूज़ (Data Values) वैलिड (Valid) होती हैं। एन्टिटी इन्टिग्रिटी (Entity Integrity) यह सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक प्राइमरी ‘की’ एट्रीब्यूट (Primary Key Attribute), नन-नल (Non-Null) होती है।
किसी बेस रिलेशन (Base Relation) की प्राइमरी ‘की’ (Primary Key) में पार्टिसिपेट (Participate) करने वाले किसी भी एट्रीब्यूट (Attribute) फील्ड (Field) में नल वैल्यूज़ (Null Values) को स्टोर करने की अनुमति नहीं होती है।
विदित हो कि रिलेशनल मॉडल (Relational Model) में प्राइमरी ‘की’ (Primary Key), टयपल्स (Tuples)/ रिकॉर्डस (Records) के लिए यूनिक आइडान्टाफकशन (Unique Identification) का कार्य निष्पादित करती है।
Entity Integrity, यह सुनिश्चित करती है कि एन्टिटीज़ (Entities) के इन्सटेन्सेस (Instances) डिसटिंगुईशेबल (Distinguishable) अर्थात् विभेद करने योग्य होते हैं. अतः प्राइम एट्रीब्यूट (Prime Attribute) की कोई भी वैल्य नल (Null) नहीं हो सकता ह। यह रूल (Rule) किसी खास रिलेशन (Relation) टेबल (Table) पर एप्लीकेबल (Applicable) होती है।
उदाहरण के लिए नीचे दी गई रिलेशन/टबल (Relation/Table), R की प्राइमरी ‘की’ (Primary Key)-“A#” में (Tuples)/records- t2 एवं t5 में Null Values store है जो integrity rule1 का उलघन्न करती है क्योकि integrity rule 1 के अनुसार null values प्राइमरी ‘की’ (Primary Key) में स्टोर करने की अनुमति नहीं होती है अत: relation ,R एक invalid instance है
डायग्राम
reference-https://www.javatpoint.com/dbms-integrity-
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