what is video display standard in hindi-विडियो डिस्प्ले स्टैण्डर्ड क्या है?

हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको  video display standard in hindi के बारे में बताया गया है की इसे कैसे प्रयोग करते है तो चलिए शुरू करते है

वीडिय डिस्प्ले स्टैंडर्ड Video Display Standard)

किसी वीडियो कार्ड की quality, रिजोल्यूशन, कलर मोड इत्यादि को बताने के लिए कई तरीके होते हैं। इस कारण पी.सी. के आरम्भिक वर्षों में IBM ने वीडियों स्टैंडर्ड (Video Standards) लाए है इनके पीछे उद्देश्य था कि कुछ सर्वसम्मत रिजोल्यूशन, कलर रिफ्रेश दर इत्यादि के मापदंड स्थापित किए जाएं। इससे पी.सी., मॉनीटर तथा सॉफ्टवेयर के निर्माता अपने-अपने उत्पाद को अन्य उत्पादों के साथ बेहतर तरीके से चला सकते थे।

पिछले कुछ वर्षों से IBM अपने ऊँचे स्थान से नीचे खिसक गया हैं इस कारण कोई मापदण्ड स्थापित करने वाला बचा नहीं। साथ ही, कई निर्माता नए तथा तेज कार्ड बनाना चाहते हैं। इससे मार्केट में भिन्न-भिन्न प्रकार करने वाला बचा नहीं। साथ ही, कई निर्माता नए तथा तेज कार्ड बनाना चाहते हैं। इससे मार्केट में भिन्न-भिन्न प्रकार में मापदंड स्थापित हो गए हैं। इन नए स्टैंडर्ड को एक बेहतर प्रारूप देने के लिए वीडियों इलेक्ट्रॉनिक स्टैंडर्ड एसोसिएशन (Video Electronics Standards Association VESA) बनाई गई है। वीडियों स्टैंडर्ड का क्रमशः विकास निम्न प्रकार है।

 MDA (मोनोक्रोम डिस्प्ले ऐडॉप्टर)

इसे IBM ने अपने पहले पी.सी. के साथ उतारा था। आरम्भिक मशीनों के वीडियों कार्ड सभी MDA का उपयोग करते थे। यह एक ही रंग का स्टैंडर्ड है जो केवल टेकस्ट स्टैंडर्ड को सपोर्ट करता है। इसमें 80×25 कैरेक्टर के हिसाब से टेकस्ट दिखाया जाता है। इससे हमें 720×350 की रिजोल्यूशन मिलती है। इसमें रिफ्रेश दर 50 है। आज के प्ररिप्रेक्ष्य में MDA बहुत ही पुरानी टेक्नोलॉजी है।

 हरक्यूलिस ग्राफिक्स कार्ड

MDA की सबसे बड़ी कमी यह थी कि इसमें ग्राफिक्स का सपोर्ट नहीं था। सन् 1980 के पूर्वाद्ध में हरक्यूलिस नाम की कम्पनी ने ऐसा कार्ड निकाला जो टेकस्ट के साथ ग्राफिक्स भी सपोर्ट करता था। Lotus 1-2-3 जैसे लोकप्रिय सॉफ्टवेयर ने ग्राफ तथा चार्ट दिखाने के लिए इस कार्ड का सहारा लिया।

CGA कलर ग्राफिक्स ऐडॉप्टर

यह सन् 1981 में IBM द्वारा उतारा गया। यह IBM पी.सी. के लिए पहला कलर कार्ड था। यह मुख्यत: कम्प्यूटर गेम्स के लिए बनाया गया था तथा इसमें शार्प कैरेक्टर नहीं आते थे। यह 20color mode में 640x 200 का रिजोल्यूशन देता है। 16 कलर में रिजोल्यूशन 160 x 200 हो जाती है। इसका रिफ्रेश दर 60Hz है यह बताना आवश्यक है कि अधिकतम रिजोल्यूशन MDA से कम है। इस कारण से डिस्प्ले अच्छी गुणवत्ता का नहीं था।

EGA एनहैन्स्ड ग्राफिक्स ऐडॉप्टर

सन् 1984 में IBM ने इन हैन्सड ग्राफिक्स ऐडॉप्टर (Enhanced Graphics Adapter A) का उतारा। CGA के मकाबले EGA ने अधिक बेहतर रिजोल्यशन तथा कलर दिए। EGA ने 16 कलर 640×350 का रिजोल्यूशन दिया। रिफ्रेश दर 60Hz ही रहा। विंडोज 3.0 सिस्टम के लिए कम से कम EGA की आवश्यकता होती है।

VGA (वीडियो ग्राफिक्स ऐडॉप्टर)

यह IBM का आखिरी सर्वमान्य मापदण्ड था आज के पी.सी. में हर वीडियो कार्ड VGA से “GA को IBM ने PS2 मशीन में सर्वप्रथम निकाला था, जिसे अन्य निर्माताओं ने कॉपी किया IBM के पतन  के  बाद भी VGA चलता रहा तथा इसका कई रूपों में विस्तार होता गया।

कई वीडियो कार्ड आज VGA से अधिक रिजोल्यूशन तथा कलर सपोर्ट करते हैं, परन्तु वह मूल  VGA को भी सपोर्ट करते हैं। इस कारण यह कार्ड “VGA Compatible” कहे जाते है आज के  संदर्भ में VGA काफी पुराना है तथा विंडोज की स्ट्रेडर्ड रिजोल्यूशन इसको पार कर गयी है। 16 कलर में 650 x 480 रिजोल्यूशन देता है तथा 256 कलर में 320×200 रिजोल्यूशन देता है

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VGA एनालॉग सिग्नल प्रयुक्त करने वाला पहला कार्ड था। इससे कलर की बारीकी और बढ़ गयी (पुराने कार्ड डिजिटल सिग्नल का प्रयोग करते थे।) VGA में कोई हार्डवेयर एसिलिरेशन (Acceleration) के गुण नहीं थे। डिस्प्ले इमेज बनाने का सारा काम सिस्टम प्रोसेसर ही करता था हार्डवेयर एसिलिरेशन का अर्थ यह कि क्या वीडियो कार्ड अपनी ओर से इमेज बनाने में हार्डवेयर की सहायता करता है या नहीं। VGA में एसिलिरेशन के गुण नहीं होने का अर्थ है कि इसमें हार्डवेयर की गति बढ़ाने से सम्बन्धित कोई गुण नहीं था।

SVGA और उसके उपरान्त

VGA आखिरी सर्वमान्य वीडियो कार्ड था। IBM के पतन के बाद कई कम्पनियों ने नए कार्ड बनाए परन्तु सभी VGA से Compatible थे। आज कई कार्ड तथा मॉनीटर सुपर VGA (SVGA) होने का दावा करते हैं। SVGA के असली मायने स्पष्ट नहीं है। SVGA में मात्र तीन बातें हैं। अलग-अलग रिजोल्यूशन, अलग-अलग कलर मोड, कुछ कम मान्यता लिए मापदंड।

अत: SVGA कोई बहुत स्पष्ट जानकारी नहीं देता है। विभिन्न प्रकार के वीडियो स्टैंडर्ड होने से हमें प्रत्येक कार्ड के रिजोल्यूशन, रिफ्रेश दर इत्यादि का बारीकी से अध्ययन करना पड़ता है। इसी प्रकार, SVGA मॉनीटर की भी कुछ धूमिल-सी परिभाषा है।

हाल ही में एक और परिभाषा आयी है-Ultra VGA या UVGAT SVGA की तरह UVGA का भी कुछ स्पष्ट मतलब नहीं कहा जाए तो UVGA केवल दुविधा ही बढ़ा रहा है। कुछ व्यक्ति इन्हें ऐसे परिभाषित करते हैं VGA 640x 480 रिजोल्यूशन, SVGA 800×600 रिजोल्यूशन, UVGA 1024×786 रिजोल्यूशन।

हालाँकि ये भी काफी स्पष्ट नहीं है। IBM ने VGA का विस्तार किया तथा कुछ नए स्टेडड बनाए। VGA के मुकाबले इनका ज्यादा पालन नहीं हुआ। इसका कारण यह था कि ये कार्ड IBM के  MCA (Micro Channel Architectrue) पर आधारित थे-MCA की खुद मार्केट् में कोई पकड़ नहीं बन सकी थी। हम इन नए कार्ड का जिक्र सुन सकते हैं।

 8514/A

IBM ने सन् 1987 में पी.सी. के लिए एक उच्च रिजोल्यशन मानक वीडियो प्रदान किया | ये मानक VGA के समय पर ही लॉन्च किया गया था तथा VGA के मुकाबले इसके निम्न फायदे है और बेहतर रिजोल्यूशन, बेहतर कलर मोड,सीमित हार्डवेयर एसिलिरेशन की क्षमता।

आज के मानकों से तुलना करने पर 8514/A पराना लगता है। 1024×786 रिजोल्यूशन 256  कलर तथा 43.5 रिफ्रेश दर के साथ 640×480 60Hz(Non-Interlaced) के साथ 1024 x 768 पर 8514/A VGA से 2.5 गुणा रिजोल्यूशन देता है।

XGA

Extended Graphics Array (XGA) को सन् 1990 में लाया गया। इसने 8514/S की  जगह ली। PS/2 मशीन के नए मॉडलों में इसे जगह मिली। Bus Mastering के द्वारा यह

 तेजी से कार्य करता है। इसमें 512KB या IBM कि VRAM भी है। VRAM वीडियो सिस्टम के लिए यी गयी विशेष मैमोरी है। XGA 1024×768 रिजोल्यूशन 256 कलर में या फिर 640 x 480 रिजोल्यूशन  हाईलर (16 Bits per Pixel) में देता है। 8514/A के 256 कलर के मुकाबले यह 65,000 कलर देता है तथा इसमें मॉनीटर Non-Interlaced हो सकता है।

XGA-2

यह XGA को बेहतर करते हुए हार्ड कलर में 1024 x 768 देता है। इसके रिफ्रेश दर भी XGA तथा 8514/A से अधिक है।

VESA Super VGA मानक

चूँकि विभिन्न SVGA मानक एक-दूसरे से लड़ रहे हैं। इस हेतु वीडियो इलेक्ट्रॉनिक स्टैंडर्ड एसोसिएशन (Video Electronic Standard Association VESA) ने कुछ नए वीडियो मानक स्थापित किए हैं। एक बार फिर उद्देश्य यही है कि वीडियो हार्डवेयर तथा ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के मध्य एक समान-सा प्लेटफॉर्म विकसित किया जाए। इस तरह सॉफ्टवेयर बनाने वाले को एक ही वीडियो मॉडल के लिए कोड करना होगा। उन्हें बाजार में उपलब्ध अलग-अलग कार्ड के लिए अलग-अलग प्रोग्राम नहीं बनाने होंगे।

कई प्रोग्राम विशेषकर कम्प्यूटर गेम्स VESA SVGA के द्वारा अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इस कारण VESA मानक को आज सभी के द्वारा माना जा रहा है। VESA के SVGA मानक को VESA BIOS Extension (VBE) भी कहते हैं। इसके कई संस्करण प्रचलन में है। VBE सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर दोनों में क्रियान्वित हो सकता है। इस लचीलेपन के कारण VBE काफी पसंद किया जा रहा है।

VBE के दो मानक उपयोग में हैं-1.2 तथा 2.01 पुराना होने के कारण 1.2 ज्यादा नजर आता है। नए कार्ड 2.0 के लिए सपोर्ट देते हैं। 2.0 के लिए हार्डवेयर सपोर्ट बेहतर विकल्प है। इसमें हमें हार्डवेयर सपोर्ट के लिए अतिरिक्त सॉफ्टवेयर की आश्यकता नहीं होती है।

reference-https://www.cknow.com/cms/ref/video-display-standards.html

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