virtual local area network in hindi-VLANs क्या होता है?

हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको virtual local area network in hindi के बारे में बताया गया है की इसे कैसे प्रयोग करते है तो चलिए शुरू करते है

VLANs(virtual local area network)

VLAN का पूरा नाम वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क (Virtual Local Area Network) है और यह IEEE 802.1q (standard) में पारभाषित किया गया है। VLAN में कम्प्यूटर्स इस प्रकार से व्यवहार करते हैं मानो वे एक ही LAN में कनेक्टेड (Connected) हों, भले ही भौतिक रूप से वे नेटवर्क (Network) के किसी अन्य सेगमेन्ट (Segment) में स्थित हो।

भले ही भौतिक रूप से वे नेटवर्क के किसी अन्य segment में स्थित हो यह एक broadcast domain है जिसे नेटवर्क में switch के द्वार क्रिएट किया जाता है VLAN में यदि किसी कम्प्यूटर को भौतिक रूप से किसी अन्य स्थान पर विस्थापित (Move) कर दिया गया है, तो भी वह कंप्यूटर हार्डवेयर में कोई परिवर्तन किए बिना भी उसी VLAN में बना रह सकता है

अनेक ईथरनेट स्विचेज़ (Ethernet Switches) वर्चुअल लोकल एरिया नेटवर्क(VLAN) technologies का समर्थन करती है जिसमे मौजूदा नेटवर्क (Ethernet Switches) में सभी हव्स (Hubs) को VLAN स्विचेज़ (Switches) के साथ प्रतिस्थापित (Replace) करके नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर (Network Administrator) VLAN क्रिएट (Create) कर सकता है।

VLAN स्विचेज़ (Switches) विभिन्न प्रकार से कार्य कर सकते हैं। ये प्रयोग का जा (Switching Technology) के आधार पर OSI रेफरेन्स मॉडल (OSI Reference Model) का ला (Data-Link Layer) अथवा लेयर 3 अर्थात् नेटवर्क लेयर (Network Layer) पर स्विच (Switch) किये जा सकते है VLAN टेक्नोलॉजीज(VLAN Technologies) का उपयोग करने का मख्य लाभ यह है

इसे भी जाने-

कि यूजर्स (Users) को उनकी भौतिक लोकेशन (Physical Location) पर ध्यान दिए बिना नेटवर्क कम्युनिकेशन (Network Communication) के लिए उनका आवश्यकताओं के अनुरूप एकसाथ ग्रुप (Group) किया जा सकता है। यह अलगाव अर्थात आइसोलेशन (Isolation) अनावश्यक ट्रैफिक (Traffic) को कम करने में सहायक होगा और इसलिए नेटवर्क (Network) की परफारमेन्स (Performance) प्राप्त होगी।

इसका नुकसान यह है कि जब इन स्विचेज़ (Switches) को कार्यान्वित (Implement) किया जाता है, तो VLANs को सेटअप (Setup) और स्थापित (Establish) करने के लिए अतिरिक्त कॉन्फीगरेशन (Configuration) की आवश्कता होता है।

VLAN कॉन्फीगरेशन (VLANConfiguration)

• VLANS स्विचेज़ (Switches) में लेयर 2 डिवाइस (Layer 2 Device) के अन्तर्गत ब्रॉडकास्ट (Broadcast), मल्टीकास्ट (Multicast), यूनीकास्ट (Unicast) और अज्ञात यूनीकास्ट (Unknown Unicast) को अनुमति प्रदान करने के लिए स्विचेज़ (Switches) में परिभाषित किए गए ब्रॉडकास्ट डोमेन्स (Broadcast Domains) हैं।

• VLANs किसी स्विच (Switch) पर एक आन्तरिक डेटाबेस (Internal Database), जिसे VLAN ट्रंकिंग प्रोटोकॉल (VLAN Trunking Protocol-VTP) कहा जाता है, के रूप में परिभाषित होते हैं। एक VLAN के क्रिएट (Create) किए जाने के उपरान्त, VALNs को पोर्ट्स (Ports) एसाइन (Assign) किए जाते हैं।

• स्विचेज़ (Switches) में अथवा स्विचेज़ (Switches) के मध्य आइडेन्टीफिकेशन (Identification) के लिए VLANs को नम्बर्स (Numbers) एसाइन (Assign) किए जाते हैं। सिस्को स्विचेज़ (Cisco Switches) में VALNs की दो रेन्जेज़ (Ranges) होती हैं—पहली सामान्य रेन्ज (General Range) और दूसरी विस्तारित रेन्ज (Extended Range)।

• VLANs के अनेक कॉन्फीगरेबल पैरामीटर्स (Configurable Parameters) होते हैं, जिनमें नाम (Name), प्रकार (Type) और स्टेट (State) सम्मिलित हैं।

VLAN के प्रकार (Types of VLAN)

वर्चुअल लैन (VLAN) के तीन प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं

Level 1—इसे पोर्ट बेस्ड वीलैन (Port Based VLAN) के नाम से भी जाता है और यह वर्चुअल नेटवर्क (Virtual Network) को परिभाषित करता है। |

Level 2—इसे MAC-एड्रैस्ड वीलैन (MAC-Addressed VLAN) के नाम से भी जाता है और यह मशीन के MAC एड्रेस (MAC Address) के अनुरूप वर्चुअल नेटवर्क (Virtual Network) को परिभाषित करता है।

Level 3—इस प्रकार के VALNs में नेटवर्क एड्रेस बेस्ड वीलैन (Network Address Based VLAN) और प्रोटोकॉल बेस्ड वीलैन (Protocol Based VLAN) सम्मिलित हैं।

VLAN के लाभ (Advantages of VLAN)

वर्चुअल लैन (VLAN) के प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं

• यह नेटवर्क (Network) के एडमिनिस्ट्रेशन (Administration) को लचीलापन (Flexibility) प्रदान करता है।

• यह ब्रॉडकास्ट ट्रैफिक (Broadcast Traffic) को कम करता है।

• चूंकि सुचना (Information) एनकैप्स्यूलेटेड (Encapsulated) होती हैं, अतः  Security में वृद्धि करता है।

• यह नेटवर्क (Network) की बढ़ी हुई परफॉरमेन्स (Increased Performance) प्रदान करता है। • यह भौतिक टोपोलॉजी (Physical Topology) से स्वतन्त्रता प्रदान करता है।

• VLAN नेटवर्क यूजर्स (Network Users) के लिए बढ़ी हुई बैण्डविड्थ (Increased bandwidth) प्रदान करता है।

• नेटवर्क स्विचेज़ (Network Switches) के साथ VLAN क्रिएट (Create) करना राउटर्स (Routers) का प्रयोग करके रूटेड नेटवर्क (Routed Network) क्रिएट (Create) करने से सस्ता पड़ता है।

VLAN की हानियां (Disadvantages of VLAN)

वर्चुअल लैन (VLAN) की प्रमुख हानियां निम्नलिखित हैं

• VLAN थोड़ी कम  Security प्रदान करता है, इसलिए कोई भी घुसपैठिया (Intruder),जैसे  Routing और एन्क्रिप्शन (Encryption) की थोड़ी भी जानकारी है, इसे एक्सेस (Access) कर सकते है

• VLAN ब्रॉडकास्ट लिमिटेशन्स (Broadcast Limitations), डिवाइस लिमिटेशन्स (Device Limitations) और पोर्ट्स अवरोध(ports constraints)प्रदान करता है

•MAC आधारित VLAN में नेटवर्क (Network) को मैनेज (Manage) करने के लिए मैनेजरियल ओवरहैड (Managerial Overhead) की आवश्यकता होती है।

reference-https://www.geeksforgeeks.org/virtual-lan-vlan/

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