हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको security protocols in internet firewalls in hindi के बारे में बताया गया है की इसे कैसे प्रयोग करते है तो चलिए शुरू करते है
Security Protocols in Internet Firewalls
फायरवाल (Firewall) नेटवर्क (Network) में कम्प्यूटर्स को जानबझकर की गई शत्रुतापूर्ण घुसपैठ, जोकि गोपनीयता (confidentiality) को जोकिम में डालती है अथवा डाटा करप्शन (Data Corruption) कर देती है अथवा सर्विस को वंचित कर से बचाती है। यह एक हार्डवेयर डिवाइस (Hardware Device) (देखें Fig.) हो सकती है अथवा एक सिक्यार हास्ट पर (Secure Host Computer) पर रन (Run) करने वाला एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम (Software Program) (देखे Fig) हो सकता है।
Fig.: Hardware Firewall. Hardware Firewall Providing Protection to A Local Area Network.
Fig. : Computer with Firewall Software.Computer Running Firewall Software to Provide Protection
दोनों ही परिस्थितियों में इसके पास कम-से-कम दो नेटवर्क इन्टरफेसेज़ (Network Interfaces) होते हैं, जिनमें से एक उस नेटवर्क Network)के लिए होता है जिसे प्रोटेक्ट (Protect) किया जाना है और दूसरा उस नेटवर्क (Network) के लिए हाता है, जिसमें पहले नेटवर्क (Network) को एक्सपोज (Expose) किया जा रहा है।
फायरवाल (Firewall) दो नेटवर्क्स (Networks), सामान्यतः एक प्राइवेट नेटवर्क (Private Network) और एक नटवर्क (Public Network), जैसे—इन्टरनेट (Internet) के मध्य जंक्शन बिन्दु (Junction Point) अथवा गेटवे (Gatew. स्थित होती है। सबसे पहले राउटर्स (Routers) को फायरवाल (Firewall) के रूप में प्रयोग किया गया था।
फायरवाल (Firewall) यदि कुछ निश्चित मापदण्डों (Criteria) को पूरा किया जाता है, तो दो नेटवर्क्स के मध्य route होने वाले समस्त ट्रैफिक (Traffic) की परख करती है। यदि ये मापदण्ड (Criteria) पूरे होते हैं, तो यह नेटवर्क के मध्य रूट (Route) होती है अन्यथा इसे रोक दिया जाता है।
फायरवाल (Firewall) इनबाउण्ड (Inbound) और आउटबाउण्ड (Outbound) दोनों ट्रैफिक (Traffic) को फिल्टर (Filter) करती है। यह प्राइवेट नेटवक्डे रिसोर्सेज़ (Private network Resources), जैसे-होस्ट एप्लीकेशन (Host Application) के लिए सार्वजनिक एक्सेस (Public Access) को भी मैनेज (Manage) करती है।
साफ्टवेयर फायरवाल्स (Software Firewalls), जिन्हें पर्सनल फायरवाल्स (Personal Firewalls) भी कहा जाता है, को एक सिंगल कम्प्यूटर (Single Computer) पर रन (Run) करने के लिए डिजाइन किया गया है। इनका सामान्यतः प्रयोग होम (Home) अथवा स्माल ऑफिस (Small Office) कम्प्यूटर्स, जिनमें ब्रॉडबैण्ड एक्सेस (Broadband Access) होता है और जिन्हें सदैव ऑन (On) रहने दिया जाता है, पर किया जाता है।
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एक सॉफ्टवेयर फायरवाल (Software Firewall) नेटवर्क कनेक्शन (Network Connection) पर पहचान (Identify) करके और रिस्की पोटर्स (Risky Ports) पर कम्यनिकेशन (Communication) को रोककर, कम्प्यूटर का अवाछनाय एक्सस (Unwanted Access) से बचाती है। कम्प्यूटर्स विभिन्न मान्यताप्राप्त पोर्ट्स (Recognized Ports) पर कम्यूनिकेट (Communicate) करते हैं और फायरवाल (Firewall) इन्हें बिना प्रॉम्ट (Prompt) किए अथवा यूजर (User) को सचेत किए बिना अनुमति देती जाएगी।
फायरवाल (Firewall) निम्नलिखित कार्यों को कर सकती है
(1) केवल ई-मेल (E-Mail) के लिए सीमित इन्टरनेट एक्सेस (Limited Internet Access), ताकि अन्य कोई अन्य प्रकार की सुचना (Information) इन्ट्रानेट (Intranet) और इन्टरनेट (Internet) के मध्य से पास (Pass) न हो सके।
(2) हमारे इन्ट्रानेट (Intranet) में कौन टेलनेट (Telnet), रिमोटली लॉगइन (Remotely Login) होने की एक विधि, कर सकता है, को नियन्त्रित कर सकती है।
(3) किस प्रकार का ट्रैफिक (Traffic) हमारे इन्ट्रानेट (Intranet) और इन्टरनेट (Internet) के मध्य से पास (Pass) हो सकता है, इसको सीमित कर सकती है।
एक फायरवाल (Firewall) सरल (Simple) अथवा जटिल (Complex) हो सकती है। यह इस पर निर्भर करता है कि हम अपने इन्टरनेट ट्रैफिक (Internet Traffic) को विशेष रूप से किस प्रकार नियन्त्रित करना चाहते हैं। एक सरल फायरवाल (Simple Firewall) हमारे इन्ट्रानेट (Intranet) को इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर (Internet Service Provider-ISP) से कनेक्ट (Connect) करने वाले राउटर (Router) में केवल सॉफ्टवेयर (Software) को कॉन्फीगर (Configure) करने की आवश्यकता हो सकती है।
फायरवाल सिस्टम्स (Firewall Systems) दो श्रेणियों (Categories) में विभाजित होती है—नेटवर्क-लेवल फायरवाल्स (Network-Level Firewalls) और एप्लीकेशन-लेवल फायरवाल्स (Application-Level Firewalls)।
reference-https://en.wikipedia.org/wiki/Internet_security
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