हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको network security threats in hindi के बारे में बताया गया है की इसे कैसे प्रयोग करते है तो चलिए शुरू करते है
Contents
- नेटवर्क सिक्योरिटी थ्रेट्स (Network Security Threats)
- पैस्सिव थ्रेट्स (Passive Threats)
- मैसेज कन्टेन्ट्स का रिलीज होना (Release of Message Contents)
- ट्रैफिक एनालिसिस (Traffic Analysis)
- एक्टिव थ्रेट्स (Active Threats)
- • छद्मवेष (Masquerade)
- • रिप्ले (Replay)
- • मेसेज का मांडीफिकेशन (Modification of Message)
- •सर्विस का खण्डन (Denial of Service-DOS)
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नेटवर्क सिक्योरिटी थ्रेट्स (Network Security Threats)
नेटवर्क सिक्यारिटी उपाय (Network Security Measures) डेटा (Data) को उनके ट्रान्समिशन (Transmission) के दौरान संक्षिप्त(Protect) करने और डेटा ट्रान्समिशन्स (Data Transmissions) की प्रामाणिकता (Authentication) की गारण्टी करने के लिए आवश्यक होते हैं। नेटवर्क सिक्योरिटी थ्रेट्स (Network Security Threats) की दो श्रेणियां होती हैं—पैस्सिव थ्रेट्स (Passive Threats) और एक्टिव थ्रेट्स (Active Threats)।
पैस्सिव थ्रेट्स (Passive Threats)
पैस्सिव थ्रेट्स (Passive Threats) के अन्तर्गत कम्यूनिकेशन (Communication) से सम्बन्धित सूचना (Information) प्राप्त करने के लिए किसी आक्रमणकारी द्वारा किए गए प्रयास सम्मिलित होते हैं।
मैसेज कन्टेन्ट्स का रिलीज होना (Release of Message Contents)
कोई टेलीफोन बातचीत, कोई ई-मेल मैसेज (E-Mail Message) और ट्रान्सफर (Transfer) की गई फाइल (File) में संवेदनशील (Sensitive) अथवा गोपनीय (Confidential) सूचनाएं हो सकती हैं। किसी प्रतिद्वन्द्वी अथवा अवांछनीय हमलावर द्वारा इन ट्रान्समिशन्स (Transmissions) को पढ़े जाने से रोकना चाहेंगे।
ट्रैफिक एनालिसिस (Traffic Analysis)
यह इन्क्रिप्टेड मैसेजेज़ (Encrypted Messages) पर किए जाने वाले हमले का एक प्रकार है। प्रतिद्वन्द्वी इस प्रकार के इन्क्रिप्टेड मैसेज (Encrypted Message) के पैटर्न (pattern) का अवलोकन करने में सक्षम हो सकता है। प्रतिद्वन्द्वी कम्यूनिकेट (Communicate) करने वाले होस्ट्स (Hosts) की लोकेशन (Location)
और पहचान (Identity) को निधारित कर सकता है और आदान-प्रदान (Exchange) किए जाने वाले मैसेज (Message) की फ्रीक्वेन्सी (Frequency) और लेन्थ (Length) का निरीक्षण कर सकता है।
एक्टिव थ्रेट्स (Active Threats)
एक्टिव थ्रेट्स (Active Threats) के अन्तर्गत डेटा स्ट्रीम (Data Stream) में कोई परिवर्तन अथवा एक फर्जी स्ट्रीम (False Stream) का क्रिएशन सम्मिलित है।
• छद्मवेष (Masquerade)
जब कोई एन्टिटी (Entity) किसी अन्य एन्टिटी (Entity) के छद्म वेष धारण कर लेती है, तो यह थ्रेट (Threat) उत्पन्न होती है। एक छद्मवेष (Masquerade) हमले में सामान्यतः एक्टिव हमलों (Active Attacks) के अन्य रूपों में से कोई एक रूप भी सम्मिलित होता है।
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उदाहरणार्थ ऑथेन्टिकेशन सिक्वेन्सेज़ (Authentication Sequences) पर कब्जा किया जा सकता है और एक वैलिड ऑथेन्टिकेशन सिक्वेन्स (Valid Authentication Sequence) के होने के उपरान्त दोहराई जा सकती है, इस प्रकार कुछ विशेषाधिकारों के साथ एक एन्टिटी (Entity) को इन विशेषाधिकारों वाली एन्टिटी (Entity) का रूप धारण करके कुछ अतिरिक्त विशेषाधिकार प्राप्त करने योग्य बना दी जाती है।
• रिप्ले (Replay)
इसमें एक अनाधिकृत प्रभाव (Unauthorised Effect) उत्पन्न करने के लिए डेटा युनिट (data unit) एक पैस्सिव कैप्चर (Passive Capture) और इसका अनुवती (Subsequent) रिट्रान्समिशन (Transmission सम्मिलित है।
• मेसेज का मांडीफिकेशन (Modification of Message)
इसका आशय है कि अनाधिकृत प्रभाव (Unauthorised Effect) उत्पन्न करने के लिए मैसेज (Message) का कुछ भाग परिवर्तित (Alter) कर दिया गया है अथवा मैसेजेज (Messages) को विलम्बित (Delay) अथवा रूपान्तरित (Render) कर दिया गया है।
Fig. 7.13 : Modification of Message
•सर्विस का खण्डन (Denial of Service-DOS)
यह थ्रेट (Threat) तब उत्पन्न होती है, जब एक आक्रमणकर्ता के द्वारा किसी रिसोर्स (Resource) की उपलब्धता को जानबूझकर ब्लॉक्ड (Blocked) अथवा डिग्रेड (Degrade) कर दिया गया है इस प्रकार कम्यूनिकेशन सुविधाओं (Communication Facilities) के सामान्य प्रयोग (Normal Use) और मैनेजमेन्ट (Management) में हिचकिचाहट होती है। इस आक्रमण का एक विशिष्ट लक्ष्य (Specific Target) हा सकता है।
उदहारण के लिए एक एन्टिटी (Entity) किसी विशेष डेस्टिनेशन (Destination) के लिए निर्देशित सभा मस (Messages) को दबा अथवा छिपा सकती है। सर्विस खण्डन (Service Denial) के एक अन्य रूप या तो नेटवक (Network) को अशक्त (Disable) करके या फिर नेटवर्क (Network) को उसकी परफॉर्मेन्स (Performance) डिग्रड (Degrade) करने के लिए मैसेजेज़ (Messages) से ओवरलोड (Overload) करके सम्पूर्ण नेटवर्क (Entire Network) का विघटन (Disruption) है।
reference-https://www.theamegroup.com/network-security-threats/
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